हसनपुर प्रखंड क्षेत्र में 21 दिनों बाद शुक्रवार की सुबह करीब एक घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलाने का काम किया। इससे पहले 30 मई की रात बारिश हुई थी। इसके बाद बारिश के बिना उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल थे। बारिश ने आमलोगों को राहत देने का काम किया ही, साथ ही खेतों में लगे फसलों को भी फायदा पहुंचा है। बारिश के बाद खेतों की मिट्टी नमीयुक्त हो चुकी है। इससे खेतों में धान के बिचड़ा की बुआई के लिए बारिश उत्तम साबित हुआ है। कड़ी धूप के कारण खेतों में लगे खूंटी व मुरहन गन्ना फसल को सिंचाई की आवश्यकता थी। एक घंटा तक हुई बारिश ने गन्ना फसल के लिए सोने पर सुहागा वाला काम किया है। हालांकि बारिश बिना हवा के झोंके के साथ हुई है। इस कारण बारिश गन्ना फसल के अलावा हरी सब्जियां व आम के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। पेड़ों में लगे आम तेजी से पकेंगे। वरिष्ठ कीसान सलाहकार सुभाषचंद्र झा उर्फ विदुर जी ने बताया कि बारिश हरेक मायने में फायदेमंद साबित हुआ है। निचले हिस्से के खेतों में यदि जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई है।
किसानों को चाहिए कि खेतों की मेड़ काटकर बारिश के पानी को खेतों से बाहर निकाले। एक घंटे की बारिश में ही हसनपुर बाजार की सड़क पर बहने लगा दो फीट पानीः शुक्रवार की सुबह प्रखंड क्षेत्र में हुई एक घंटे तक बारिश होने से हसनपुर बाजार की सड़कों पर दो फीट पानी बहने लगा है। हसनपुर बाजार के इमली चौक के निकट मुख्य सड़क पर करीब सौ मीटर तक दो फीट पानी बहने लगा है। सड़क पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होने का मुख्य कारण जल निकासी की व्यवस्था नहीं होना है। सड़क के किनारे नाला नहीं होने से सड़कों पर से बारिश के पानी का बहाव नहीं हो पाता है। सड़क ऊंची नहीं होने की स्थिति में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। मुख्य सड़क पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होने से लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो रहा है। लोग
सड़क के किनारे निजी जमीन से होकर सफर तय करने को विवश हैं। जलजमाव के कारण कारोबार पर भी असर पड़ा है। जहां जलजमाव की समस्या उत्पन्न है, वहां संचालित दुकानों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। शुक्रवार को दुकानदारों को ग्राहकों का इंतजार करते हुए देखा गया।