बिहार उद्यमी योजना 2024 के अंतर्गत परियोजना सूची

बिहार उद्यमी योजना क्या है?
बिहार उधमी योजना एक सरकारी योजना है जो बिहार राज्य में युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस योजना के माध्यम से सरकार नए और जूनियर उद्यमियों को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान करती है ताकि वे अपने व्यवसायिक सपनों को पूरा कर सकें।

बिहार उद्यमी योजना क्यों आवश्यक हैं ?

  1. उद्देश्य: बिहार उधमी योजना का मुख्य उद्देश्य युवा उद्यमियों को व्यापार शुरू करने में वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना बिहार में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के साथ-साथ स्वावलंबन को बढ़ावा देने का भी उद्देश्य रखती है।
  2. वित्तीय सहायता: इस योजना के तहत योग्य उम्मीदवार निःशुल्क ब्याज दर पर ऋण या सहायता के रूप में वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यह उन्हें उनके व्यवसाय की शुरुआत के लिए जरूरी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है।
  3. योजना का कार्यान्वयन: बिहार उधमी योजना को बिहार के विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है। इसके तहत आवेदकों को सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से आवेदन करना होता है।
  4. मार्गदर्शन और समर्थन: योजना वित्तीय सहायता के अलावा उद्यमियों को प्रशिक्षण, कौशल विकास और मेंटरशिप देने का भी प्रयास करती है ताकि उनकी सफलता की संभावना में सुधार हो सके।
  5. प्रभाव और मॉनिटरिंग: योजना का प्रभाव नियमित अंतरिक्ष में मॉनिटरिंग और मूल्यांकन किया जाता है ताकि इसकी प्रभावीता को सुनिश्चित किया जा सके और उसमें आवश्यक सुधार किए जा सकें।

इस रूप में, बिहार उधमी योजना बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है जो नवाचारी युवाओं को उनके व्यावसायिक सपनों को साकार करने में मदद करती है।

परियोजना की सूची:-

  1. IT Business Centre(आईटी व्यवसाय केंद्र): यह एक स्थान होता है जहां आईटी (Information Technology) से संबंधित व्यवसायों के लिए विभिन्न सेवाएं और समर्थन प्रदान किए जाते हैं। इन केंद्रों में आमतौर पर निम्नलिखित गतिविधियां होती हैं
  2. Manufacturing of Steel Furniture, Almirah, Box (इस्पात फर्नीचर): यह वे फर्नीचर आइटम्स हैं जो इस्पात (steel) या लोहे (iron) से बनाए जाते हैं। इस्पात फर्नीचर में चेयर, टेबल, अलमारी, बेड, रैक्स आदि शामिल हो सकते हैं।
  3. आइसक्रीम उत्पादन (Ice Cream Manufacturing): यह व्यावसायिक रूप से आइसक्रीम बनाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है, जिसमें दूध, शर्करा, फलों के रस, ख़ुशबू और अन्य सामग्रियों का मिश्रण करके आइसक्रीम का उत्पादन किया जाता है।
  4. आटा, सत्तु एवं बेसन उत्पादन (Atta, Sattu & Besan Manufacturing): (i)बेसन उत्पादन: बेसन उत्पादन का मतलब होता है बेसन की उत्पादन प्रक्रिया, जिसमें चने को पीसकर और छानकर बेसन बनाया जाता है। बेसन का उपयोग पकोड़े, बेसन के लड्डू, और अन्य व्यंजनों में होता है। (ii)आटा उत्पादन: आटा उत्पादन का मतलब होता है आटे की उत्पादन प्रक्रिया, जिसमें गेहूं को पीसकर, छानकर और पैक कर आटा बनाया जाता है। यह आमतौर पर रोटी, पूरी, और अन्य परिपक्व अन्नों के लिए उपयोग किया जाता है। (iii)सत्तू उत्पादन: सत्तू उत्पादन का मतलब होता है सत्तू की उत्पादन प्रक्रिया, जिसमें चने, गेंहूं, या अन्य अनाज को पीसकर, संवेदनशील पदार्थों के साथ मिलाकर सत्तू बनाया जाता है। सत्तू का उपयोग विभिन्न प्रकार की रोटी, पाकोड़े, और दूसरे व्यंजनों में किया जाता है।
  5. इलेक्ट्रीक व्हीकल्स एसेम्बलिंग: इलेक्ट्रिक वाहनों की असेंबलिंग में मुख्यतः निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं: (i)बैटरी पैक असेंबली: बैटरी सेल्स को मॉड्यूल्स और फिर बैटरी पैक में असेंबल किया जाता है। (ii)ड्राइवट्रेन असेंबली: इलेक्ट्रिक मोटर और कंट्रोल यूनिट की स्थापना और टेस्टिंग होती है। (iii)चेसिस और बॉडी असेंबली: चेसिस पर बॉडी पैनल्स को फिक्स किया जाता है। (iv)इंटीरियर असेंबली: सीट्स, डैशबोर्ड, और इन्फोटेनमेंट सिस्टम की स्थापना होती है। (v)फाइनल असेंबली और टेस्टिंग: वायरिंग, सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन और व्यापक टेस्टिंग की जाती है। (vi)गुणवत्ता नियंत्रण: सभी वाहनों की गुणवत्ता जांच और रिपोर्टिंग होती है। (vii)डिलीवरी: तैयार वाहनों की पैकेजिंग और शिपमेंट होती है।
  6. ऑटो गैरेज (Auto Garage): बिहार उद्यमिता योजना के तहत ऑटो गैरेज (Auto Garage) खोलने के लिए सरकार द्वारा कई प्रकार की सहायता और सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना और राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
  7. कंक्रीट ह्यूम पाईप (R.C.C. Spun Hume Pipe): एक प्रकार की कंक्रीट पाइप होती है जो विशेष रूप से जल निकासी, सीवेज और सिंचाई के लिए उपयोग की जाती है। आर.सी.सी. का मतलब ‘रीइनफोर्स्ड सीमेंट कंक्रीट’ है, और इन पाइपों को ह्यूम पाइप भी कहा जाता है क्योंकि इन्हें ह्यूम नामक व्यक्ति द्वारा विकसित किया गया था।
  8. कम्प्यूटर हार्डवेयर एसैम्बलिंग एवंनेटवर्किंग (Computer Hardware Assembling Maintenance & Networking):कंप्यूटर हार्डवेयर असेंबलिंग का मतलब है कंप्यूटर के विभिन्न हार्डवेयर घटकों को एकत्र करके एक पूर्ण कंप्यूटर सिस्टम बनाना। इसमें निम्नलिखित प्रमुख चरण शामिल होते हैं: (i)मदरबोर्ड: मदरबोर्ड पर सीपीयू (प्रोसेसर), रैम (मेमोरी), और अन्य आवश्यक घटकों को जोड़ना। (ii)सीपीयू (प्रोसेसर): प्रोसेसर को मदरबोर्ड पर स्थापित करना और थर्मल पेस्ट लगाकर कूलिंग फैन को माउंट करना। (iii)रैम: रैम मॉड्यूल को मदरबोर्ड के स्लॉट्स में ठीक से फिट करना। (iv)स्टोरेज (हार्ड ड्राइव/एसएसडी): स्टोरेज डिवाइस (हार्ड डिस्क या एसएसडी) को मदरबोर्ड से कनेक्ट करना और केस में माउंट करना। (v)पावर सप्लाई: पावर सप्लाई यूनिट को केस में स्थापित करना और सभी हार्डवेयर घटकों को पावर केबल्स से जोड़ना। (vi)केस असेंबली: सभी हार्डवेयर घटकों को कंप्यूटर केस में सुरक्षित रूप से माउंट करना और केबल मैनेजमेंट करना। (vii)पेरिफेरल्स: कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, और अन्य पेरिफेरल्स को कंप्यूटर से कनेक्ट करना।
  9. कसीदाकारी (Knitting Machines & Garments): कसीदाकारी, जिसे इंग्लिश में “Knitting” कहा जाता है, एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें धागों को एक विशिष्ट ढंग से बुना जाता है। इस कार्य के लिए विशेष मशीनें (Knitting Machines) होती हैं। ये मशीनें स्वेटर, शॉल, मोजे, और अन्य कपड़े बनाती हैं। कसीदाकारी की मशीनें तेजी से और प्रभावी ढंग से विभिन्न डिज़ाइनों और पैटर्न में कपड़े बना सकती हैं, जिससे वस्त्र निर्माण (Garments) का काम आसान हो जाता है।
  10. कार्नफ्लेक्स उत्पादन (Corn Flakes Manufacturing): कार्नफ्लेक्स उत्पादन एक प्रक्रिया है जिसमें मकई (कॉर्न) के दानों को पकाकर, सुखाकर, और फिर पतले फ्लेक्स (परतों) में बदलकर तैयार किया जाता है। इसमें मकई को पहले साफ किया जाता है, फिर पकाया जाता है, सुखाया जाता है और अंत में मशीनों के माध्यम से फ्लेक्स के रूप में काटा और टोस्ट किया जाता है। यह एक लोकप्रिय नाश्ता खाद्य पदार्थ है, जिसे दूध या दही के साथ खाया जाता है।
  11. कूलर निर्माण (Cooler Manufacturing): कूलर निर्माण एक प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न प्रकार के कूलर बनाए जाते हैं, जो गर्मी के मौसम में ठंडक प्रदान करने के लिए उपयोग में लाए जाते हैं। कूलर्स में आमतौर पर पानी का उपयोग होता है, जिसे वायु द्वारा गुजारा जाता है, जिससे उसे ठंडा करने के लिए विशेष तरीके से बनाया जाता है। इनमें विभिन्न आकार, डिजाइन और तकनीकी विशेषताएं हो सकती हैं, जैसे कि फैन या पंप के माध्यम से पानी की सरणी करने की क्षमता। कूलर निर्माण में ध्यान दिया जाता है कि वे उपयोगकर्ताओं को अधिक संवेदनशील और ऊर्जा दक्ष विकल्प प्रदान करें।
  12. कृषि यंत्र निर्माण (Agri Equipment Manufacturing Unit): कृषि यंत्र निर्माण एक प्रक्रिया है जिसमें कृषि से संबंधित विभिन्न मशीनों और यंत्रों को विकसित और निर्मित किया जाता है। इन यंत्रों में खेती, बागवानी, और पशुपालन के लिए उपयोग किए जाने वाले मशीन शामिल होते हैं, जैसे कि ट्रैक्टर, कटर, बोनेट, बेल, बुवाई की मशीन, और सिंचाई संबंधित उपकरण। ये यंत्र विभिन्न कृषि कार्यों को सुगम और दक्षतापूर्वक करने में सहायक होते हैं और किसानों की उत्पादकता बढ़ाने में मदद करते हैं।
  13. केला के रेशा निर्माण की इकाइ:केला के रेशा निर्माण इस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें केले के पौधों से रेशे बनाए जाते हैं। ये रेशे केले की उन शाखाओं से होते हैं जो फलने के बाद उसकी कटाई होती है। रेशों का उपयोग अन्य कृषि कार्यों में, जैसे कि नवीनीकरण और उत्पादन, के लिए किया जाता है।
  14. गेटग्रिल निर्माण एवं वेल्डिंग इकाई (Gate grill Fabrication Unit / Welding Unit): गेटग्रिल निर्माण और वेल्डिंग इकाई वे संस्थान होते हैं जो गेटग्रिल्स या गेट फ्रेम्स को निर्मित करते हैं और वेल्डिंग सेवाएं प्रदान करते हैं। गेटग्रिल्स नक्शे और डिज़ाइन के अनुसार बनाए जाते हैं जो सुरक्षा, सीमांत, और उच्चतम सुरक्षा की जरूरतों को पूरा करते हैं। वेल्डिंग इकाई में विभिन्न धातुओं को एक साथ जोड़ने की तकनीक प्रयोग की जाती है, जैसे कि आर्गन वेल्डिंग, मिग वेल्डिंग, और टिग वेल्डिंग, ताकि सजीव और दीर्घकालिक गुणवत्ता वाले जोड़े बनाए जा सकें।
  15. चमडे़ एवं रेक्सीन का सीट कवर निर्माण (Leather and Rexin Sheets Cover for Vehicles): चमड़े और रेक्सीन सीट कवर निर्माण वह प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न प्रकार के सीटों के लिए चमड़े और रेक्सीन से कवर बनाए जाते हैं। ये कवर वाहनों, फर्नीचर, और अन्य उपयोगों के लिए उपलब्ध होते हैं और उन्हें सुरक्षित, सुविधाजनक और आकर्षक बनाने में मदद करते हैं। इन्हें विभिन्न आकारों, रंगों और डिज़ाइन में उत्पादित किया जाता है ताकि वे उपयोगकर्ताओं के आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
  16. चमड़े के जूता निर्माण (Leather Shoes): चमड़े के जूते निर्माण एक प्रक्रिया है जिसमें चमड़े से जूते बनाए जाते हैं। इसमें चमड़े को आदर्श आकार और डिज़ाइन में कटा जाता है, फिर उन्हें साथ में जोड़ा जाता है और सीमांत बनाने के लिए बंधा जाता है। जूतों के निर्माण में गुणवत्ता और स्थायित्व को महत्व दिया जाता है, ताकि वे उपयोगकर्ताओं को अच्छी तरह से समर्थन और सुविधा प्रदान कर सकें।
  17. चमड़े के बैग, बेल्टस, वालेट एव ग्लोब्स आदि निर्माण (Leather Accessories like Bags, Belts, Wallets & Gloves etc.): चमड़े के बैग, बेल्ट्स, वॉलेट्स और ग्लव्स आदि का निर्माण विभिन्न प्रकार के चमड़े से बनाए जाते हैं। इन उत्पादों के निर्माण में सबसे पहले उच्च गुणवत्ता वाले चमड़े का चयन किया जाता है। चमड़े को उपयुक्त आकार में काटा जाता है और फिर उन्हें उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं के अनुसार डिज़ाइन किया जाता है। इनकी सिलाई और संरचना को मजबूत और दीर्घायु बनाने के लिए मजबूत धागा और अच्छी तकनीक का प्रयोग किया जाता है। अंत में, इन उत्पादों को गुणवत्तापूर्ण रूप से बंधा जाता है ताकि वे उपयोगकर्ताओं को स्थिरता, सुविधा और राहत प्रदान कर सकें।
  18. जैम/जेली/सॉस उत्पादन (Jam/Jelly/Sauce Manufacturing): जैम, जेली, और सॉस का उत्पादन विभिन्न फलों या औषधियों को उपयोग करके किया जाता है। इन उत्पादों में सामग्री को पीसकर और पकाकर उचित स्थिति में लाया जाता है। सामग्री को अंदरूनी भविष्यवाणी किए बिना उचित और मानक खराब हो सकता है|
  19. डिटर्जेन्ट पाउडर, साबुन एवं शैम्पु (Detergent Powder, Soap & Shampoo): डिटर्जेंट पाउडर, साबुन और शैम्पू का उत्पादन उनके उपयोग के आधार पर होता है। डिटर्जेंट पाउडर वस्त्रों को साफ करने के लिए उपयोग किया जाता है, जबकि साबुन त्वचा की सफाई के लिए होता है और शैम्पू बालों की धुलाई और देखभाल के लिए बनाया जाता है। इन उत्पादों के निर्माण में विभिन्न सामग्रियों का मिश्रण किया जाता है, जिन्हें उचित रूप से प्रक्रियाओं के माध्यम से संसाधित किया जाता है ताकि उत्पादों में उच्च गुणवत्ता और प्रभाव बना रहे।
  20. डिस्पोजेबल डाइपर एवं सेनेटरी नैपकिंन (Disposable Diaper and Sanitary Napkin): (i)डिस्पोजेबल डायपर (diaper) और सेनेटरी नैपकिन (sanitary napkin) का उत्पादन महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए किया जाता है। (ii)डिस्पोजेबल डायपर (Disposable Diaper): ये बच्चों के लिए बनाए जाते हैं ताकि उन्हें आसानी से प्रयोग किया जा सके और उनकी खुशी के लिए सहायक हों। इनमें एक अभ्यंतरी पैड होता है जो नमी को अंदर रखता है और बच्चे को सूखाम करता है। (iii)सेनेटरी नैपकिन (Sanitary Napkin): ये महिलाओं के लिए होते हैं और माहवारी के दौरान उपयोग किए जाते हैं। इनमें एक अधिशेष पैड होता है जो रक्त से संबंधित समस्याओं को अच्छी तरह से समाधान करता है। ये नैपकिन आमतौर पर प्लास्टिक या अन्य अच्छे अवयव से बनाए जाते हैं ताकि वे प्रभावी और सुरक्षित हों।(iv)इन उत्पादों के निर्माण में उच्च गुणवत्ता और अच्छे बायोमेडिकल मानकों का पालन किया जाता है ताकि उपयोगकर्ताओं को स्वास्थ्यपूर्ण और सुरक्षित उत्पाद प्राप्त हो सके।
  21. ड्राईक्लीनिंग (Dry Cleaning): ड्राईक्लीनिंग एक प्रकार की विशेष प्रक्रिया है जिसमें कपड़ों और अन्य वस्त्रों को साफ करने का काम किया जाता है बिना कि उन्हें पानी या साबुन के उपयोग के द्वारा धोया जाए। इसमें विशेष रसायनिक सूत्रों का उपयोग किया जाता है जो कपड़ों से गंदगी, तेल, और अन्य पदार्थों को हटा देते हैं और उन्हें स्वच्छ और फ्रेश बनाते हैं। यह तकनीक विशेष रूप से अपनाई जाती है जब वस्त्रों की साधारण धोई नहीं जा सकती, जैसे कि सूट्स, कुर्ते, और सैलीन के कपड़े।
  22. तेल मिल (Oil Mill): तेल मिल एक उद्योगिक संयंत्र होता है जो विभिन्न प्रकार के तेलों को उत्पन्न करता है। यहां विभिन्न प्रकार के बीजों जैसे कि सरसों, सोयाबीन, मुंगफली, तिल, और सुनहेल के बीजों से तेल निकाला जाता है। इसके बाद यह तेल उच्च तापमान और विशिष्ट प्रक्रियाओं के माध्यम से शुद्धिकरण और प्रसंस्करण किया जाता है ताकि उसे खाद्य और औषधीय उपयोग के लिए उपयुक्त बनाया जा सके।
  23. दाल मिल (Pulse Mill): दाल मिल एक संश्लेषण संयंत्र होता है जो विभिन्न प्रकार की दालों को प्रसंस्कृत करता है। इसमें दालों को सफाई, धोई, और संशोधन के बाद उन्हें विभिन्न विधियों से टुकड़े किया जाता है। इन टुकड़ों को फिर से उपयोग करते हुए उन्हें डाल मिल में महसूस किया जाता है, जो उन्हें पीस या ग्राइंड करके दाल के पाउडर या बाल्स में बदल देता है। इस प्रक्रिया के बाद, तैयार दाल के उत्पाद को पैकेजिंग करके बाजार में बेचा जा सकता है, जो खाद्य सुरक्षितता और गुणवत्ता की गारंटी देता है।
  24. नोटबुक/कॉपी /फाईल/फोल्डर उत्पादन (Note Book/Copy/File/Folder Manufacturing):  (i)नोटबुक, कॉपी, फाइल और फोल्डर उत्पादन वस्त्रनिर्माता द्वारा किया जाता है जो विभिन्न प्रकार के कागजों और सामग्रियों का उपयोग करते हैं। (ii)नोटबुक (Notebook): यह पेपर की फोल्डर होती है जिसमें कागज़ की बुकलेट होती है जो लिखने के लिए इस्तेमाल होती है। ये जीवन की रोज़मर्रा के लिए काम आते हैं। (iii)कॉपी (Copy): ये एक पेपर होती है जिस पर किसी व्यक्ति की जानकारी और विचार लिखा जाता है। (iv)फाइल (File): यह कई पेपरों की फाइल होती है जिसमें डॉक्युमेंट पेपर जुड़े होते हैं। (v)फोल्डर (Folder): यह एक कागज़ की डिस्क होती है जो डॉक्युमेंट्स को ट्रांस्फर और अस्ताय रूप से संग्रहित करने के लिए इस्तेमाल होती है।
  25. पशु आहार उत्पादन (Cattle Feed Manufacturing): पशु आहार उत्पादन वह प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न पशुओं के लिए आहार बनाया जाता है। इसमें पशुओं की पोषण और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए उचित तत्वों का मिश्रण किया जाता है। यह उत्पादन तब होता है जब विभिन्न चारा, अनाज, और प्रोटीन स्रोतों को सही अनुपात में मिश्रित किया जाता है ताकि पशुओं को समग्र पोषण मिल सके। यह प्रक्रिया विभिन्न पशु उत्पादक संगठनों और खाद्य उत्पादकों द्वारा संचालित की जाती है, जिनका मुख्य उद्देश्य पशुओं के स्वास्थ्य और उत्पादकता की देखभाल करना होता है।
  26. पावर लूम इकाई: “पावर लूम इकाई” एक उद्योगिक इकाई होती है जो विभिन्न विद्युत और ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रियाओं में शामिल होती है। इसमें विभिन्न प्रकार के ऊर्जा स्रोतों से विद्युत उत्पादन किया जाता है, जैसे कि जल, विद्युत धारा, और अद्रत। इस इकाई में ऊर्जा को विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा प्रदान किया जाता है ताकि वह व्यावसायिक और निर्धारित उपयोग के लिए उपलब्ध हो सके।
  27. पी0 भी0 सी0 जूता/चप्पल (PVC foot wear): “पीबीसी जूता/चप्पल” एक प्रकार की जूता या चप्पल होती है जो पोलियुरीथेन (Polyurethane – PU) स्वच्छिकरण से बनाई जाती है। यह जूता या चप्पल आमतौर पर स्कूल, कॉलेज या दैनिक उपयोग के लिए उपयुक्त होती है और उसमें पीबीसी (PBSC) जूते के निर्माण में उच्च गुणवत्ता और स्टाइलिश डिज़ाइन शामिल होते हैं।
  28. पैथोलोजिकल जाँच घर (Medical Diagnostic Centre): पैथोलोजिकल जाँच घर” एक सेवा होती है जिसमें पैथोलॉजिस्ट या पश्चातात्मी वैज्ञानिक घर की सुविधा से उनकी प्रोब्लम्स की जाँच करता है।
  29. पोहा/चुड़ा उत्पादन (Poha/Chura Manufacturing Unit): पोहा और चूड़ा का उत्पादन अनाज के बीजों, विशेष रूप से चावल के, के एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में, चावल के बीजों को साफ किया, धोया और सूखाया जाता है। फिर इसे अच्छी तरह से पीसा जाता है ताकि उसे पोहा और चूड़ा के रूप में प्राप्त किया जा सके। इसके बाद, इसे अनुकूल रूप से पैक किया जाता है ताकि उसे बाजार में बेच सके और उपभोक्ताओं को उपयुक्त खाद्य पदार्थ प्रदान किया जा सके।
  30. प्लास्टिक सामग्री/बॉक्स/बोटल्स (Plastic Items / Boxes / Bottles): प्लास्टिक सामग्री, बॉक्स और बोतलें विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक से बनाई जाती हैं और वे विभिन्न उद्योगों और उपयोगों के लिए उपलब्ध होती हैं।
  31. फलों के जूस की इकाई (Fruit Juice): फलों के जूस की इकाई एक उद्योगिक संयंत्र होती है जहां फलों से जूस निकाला जाता है। यह प्रक्रिया फलों को साफ करने, कटाई करने, और उनके रस को निकालने के माध्यम से होती है। इसके बाद जूस को शुगरिंग (सुगर का इस्तेमाल करने की प्रक्रिया) या पेसराइजेशन (उच्च तापमान पर प्रक्रिया) किया जा सकता है ताकि इसकी शेल्फ लाइफ बढ़ी जा सके। फलों के जूस की इकाई में विभिन्न तकनीकी उपकरण और सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है ताकि उत्पाद उच्च गुणवत्ता और स्वाद में हो।
  32. फ्लैक्स प्रिन्टिग (Flex Printing): फ्लैक्स प्रिंटिंग एक प्रकार की छपाई प्रक्रिया होती है जिसमें फ्लैक्स (flex) मटेरियल का उपयोग होता है। यह छपाई प्रक्रिया आमतौर पर प्लास्टिक, कागज़, कपड़ा, और अन्य सतहों पर विभिन्न डिज़ाइन, लोगो, और टेक्स्ट को प्रिंट करने के लिए की जाती है। फ्लैक्स प्रिंटिंग में, एक गुम्बद (गुम और रांध्र पदार्थों के एक मिश्रण)
  33. बढई गिरी एवं लकड़ी के फर्निचर (Carpentry & Wood Furniture Workshop): बढई गिरी” और “लकड़ी के फर्नीचर” दोनों ही विभिन्न प्रकार के फर्नीचर बनाने के प्रक्रिया और संयंत्रों को संदर्भित करते हैं।
  34. बाँस का सामान, फर्निचर उत्पादन इकाई (Bamboo Article and Furniture Manufacturing unit): बाँस से बने सामान और फर्नीचर उत्पादन इकाई एक उद्योगिक संयंत्र होती है जो की गयी होती है।
  35. बीज प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग (Seed Processing & Packaging): बीज प्रसंस्करण और पैकेजिंग एक महत्वपूर्ण कृषि और उद्योगिक प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न प्रकार के बीजों को साफ किया, सोडा, स्वास्थ्य, और वितरित किया जाता है। यहां तक ​​की बीज विकसित किए जाते हैं ताकि उन्हें बीमारियों से बचाया जा सके और यह उत्पादों को पैकेजिंग में बनाए रखा है
  36. बेंत का फर्निचर निर्माण (Cane Furniture Manufacturing): बेंत का फर्नीचर निर्माण” उन उद्योगिक संयंत्रों को संदर्भित करता है जो विभिन्न प्रकार के फर्नीचर को बनाने में बेंत या बांस का उपयोग करते हैं। बेंत एक प्रकार की लकड़ी है जो फर्नीचर, जैसे की मेज, कुर्सियां, और अन्य उपकरणों में उपयोग होती है। ये संयंत्र उच्च गुणवत्ता और डिज़ाइन के फर्नीचर को बनाने के लिए विभिन्न तकनीकी प्रक्रियाओं का उपयोग करते हैं ताकि उन्हें उपयुक्ती समझी जा सके
  37. बेकरी उत्पाद (पावरोटी, बिस्कुट, रस्क इत्यादि) (Bakery Products (Bread, Biscuits, Rusk): बेकरी उत्पाद उन विभिन्न खाद्य उत्पादों को संदर्भित करता है जो बेकरी प्रक्रिया से बनाए जाते हैं। इसमें शामिल होते हैं पावरोटी, बिस्कुट, रस्क, और अन्य संबंधित उत्पाद। बेकरी उत्पाद बनाने की प्रक्रिया में आमतौर पर आटा, चीनी, मक्खन, तेल, और अन्य संदर्भित सामग्रियों का उपयोग होता है। यह उत्पाद उच्च गुणवत्ता में और स्वाद में बनाए जाते हैं ताकि उपभोक्ताओं को संतुष्टि मिल सके।
  38. बेडसीड, तकिया कवर निर्माण (Bed Sheet with Pillow Covers Set): “बेडसीड” और “तकिया कवर” निर्माण वह प्रक्रिया है जिसमें बेडसीड और तकिया कवर्स (कवर) बनाए जाते हैं। ये कवर्स आमतौर पर बेडसीड्स और तकियों के साथ उपयोग के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। इनके निर्माण में विभिन्न प्रकार के कपड़े, स्वच्छिकरण या फिनिशिंग तकनीकों का उपयोग किया जाता है ताकि वे स्थायीता, सुविधा और समृद्धता में बने हों।
  39. बढ़ईगिरी (Carpentry): बढ़ईगिरी” एक शब्द है जिसे अंग्रेजी में “upholstery” कहा जाता है। यह एक विशेष प्रकार की कला या कारीगरी है जिसमें फर्नीचर, सीट, और अन्य उपयोगिता के आइटम्स को कवर करने के लिए कपड़े और पद्धति का उपयोग किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य आरामदायकता और आकर्षकता देना होता है, साथ ही यह विभिन्न रंग, डिज़ाइन और मैटेरियल में उपलब्ध होता है। बढ़ईगिरी कार्यकर्ता आमतौर पर कपड़े को सीधे पड़ोसी में लगाता है और उन्हें फर्नीचर की संरचना से ध्यान रखते हैं।
  40. मखाना प्रोसेसिंग (Makhana Processing): मखाना प्रोसेसिंग एक प्रक्रिया है जिसमें मखाना को साफ किया, सुखाया, और फिर उसे विभिन्न उत्पादों के लिए तैयार किया जाता है। यह उत्पादों की वैशिष्ट्य को बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रसंस्करण तकनीकों का उपयोग करती है। मखाना की प्रोसेसिंग में सामान्य रूप से निम्नलिखित प्रक्रियाएं शामिल होती हैं: (i)साफ़ सफाई: मखाना को साफ़ करने के लिए धोया जाता है ताकि इसमें किसी भी धूल या अन्य अशुद्धि को हटा दिया जा सके। (ii)सुखाना: धोये गए मखाने को सुखाया जाता है ताकि इसकी नमी हटा दी जा सके और वह लंबे समय तक बच सके। (iii)प्रसंस्करण: सुखे हुए मखाने को विभिन्न तरीकों से प्रसंस्कृत किया जाता है। इसमें तलना, भूनना, या रोस्टिंग शामिल हो सकता है जिससे उनका स्वाद, सुगंध, और गुणवत्ता में सुधार होता है। (iv)पैकेजिंग: अंतिम उत्पाद को पैकेजिंग किया जाता है ताकि उसकी लंबी समय तक ता…
  41. मधु प्रसंस्करण (Honey Processing): मधु प्रसंस्करण एक प्रक्रिया है जिसमें मधु (शहद) को सफाई करके उसे विभिन्न उत्पादों के लिए तैयार किया जाता है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से बीजांती, प्रसंस्कृति, और पैकेजिंग से संबंधित हो सकती है। (i)बीजांती (Extraction): मधु को उसके असली स्रोत से निकाला जाता है, जैसे कि फूलों या मक्खीयों के द्वारा जमा किए जाने वाले मधु को बीजांती करके। (ii)प्रसंस्कृति (Processing): बीजांती के बाद, मधु को शुद्धिकरण, छान और विभिन्न स्तर पर प्रसंस्कृत किया जाता है। इसमें विभिन्न धार्मिक और औषधीय उपयोगों के लिए मधु को विभिन्न प्रकारों में प्रसंस्कृत किया जा सकता है। (iii)पैकेजिंग (Packaging): अंतिम उत्पाद को सुरक्षित रखने के लिए उचित पैकेजिंग में पैक किया जाता है। यह उपभोक्ताओं तक उच्च गुणवत्ता और ताजगी से पहुंचने में मदद करता है।
  42. मसाला उत्पादन (Spice Production): मसाला उत्पादन एक प्रक्रिया है जिसमें स्वाद और गंध से भरपूर मसालों को बनाया जाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के मसाले जैसे कि धनिया, जीरा, लाल मिर्च, हल्दी, गरम मसाले, इलायची, लौंग, अदरक, लहसुन, और अन्य सामग्रियों का मिश्रण किया जाता है।
  43. मुर्गी दाना का उत्पादन (Poultry Feed Manufacturing): मुर्गी दाना का उत्पादन मुर्गी के चारे को एक उच्च गुणवत्ता और पौष्टिक भोजन में बदलने की प्रक्रिया है। यह एक महत्वपूर्ण उद्योगिक प्रक्रिया है जो चूल्हों के लिए मुर्गी दाना बनाती है, जिससे मुर्गी को आपस में खाने के लिए मिलाते हैं
  44. रेडिमेड वस्त्र निर्माण (Readymade garments): रेडीमेड वस्त्र निर्माण उस वस्त्र के उत्पादन प्रक्रिया को संदर्भित करता है जो पहले से तैयार किए गए होते हैं और खरीदने के लिए सीधे उपयोग होते हैं। इन वस्त्रों को साधारणतः स्टिच किया जाता है और उपभोक्ता की मापों और आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया जाता है। रेडीमेड वस्त्र उच्चतम गुणवत्ता और डिज़ाइन के साथ उपभोक्ता को आसानी से उपलब्ध होते हैं।
  45. रौलिंग शटर (Rolling Shutters): रौलिंग शटर एक प्रकार का सुरक्षा उपकरण होता है जो व्यापारिक और निजी स्थानों में उपयोग होता है। यह एक संरचना है जिसमें लचीले पट्टों को लंबे संदूर में रोल किया जा सकता है, जिससे उन्हें खोलने और बंद करने के लिए आसानी होती है। ये शटर अक्सर दुकानों, गोदामों, गारेजों, बैंकों और और व्यावसायिक स्थानों में सुरक्षा और सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होते हैं। ये शटर विभिन्न मापों में उपलब्ध होते हैं और आमतौर पर फाइबर ग्लास, प्लास्टिक, या मेटल से बने होते हैं जो उच्च टेंशन और विभिन्न आकारों में आ सकते हैं।
  46. सीमेन्ट का जाली, दरवाजा एवं खिड़की इत्यादि (Cement Jalli, Doors, windows etc.): सीमेंट का जाली, दरवाजा, और खिड़की इत्यादि विभिन्न स्थानों में इस्तेमाल होने वाले भौतिक संरचनाओं के निर्माण के लिए होते हैं। इनका उपयोग सीमेंट और अन्य सामग्रियों से बनाया जाता है और इन्हें अस्थायी या स्थायी रूप से संरचनाओं की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये आमतौर पर विभिन्न आकारों और डिज़ाइन में उपलब्ध होते हैं जो विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।
  47. स्टेबिलाइजर/इनवर्टर/यू0पी0एस0/सी0वी0टी0 एसैम्बलिंग (Stabilizer / Inverter / UPS / CVT assembling): स्टेबिलाइजर, इन्वर्टर, UPS (यूपीएस), और CVT (सीवीटी) एसेम्बलिंग एक प्रक्रिया है जिसमें ये इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाए जाते हैं। इन उपकरणों के निर्माण में विभिन्न घटक जैसे कि ट्रांसफॉर्मर, डायोड, कैपेसिटर्स, रेसिस्टर्स, और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) का उपयोग किया जाता है। इन्हें डिज़ाइन, असेम्बली, और टेस्ट किया जाता है ताकि वे उपभोक्ताओं को सुरक्षा, स्थिरता, और उच्च गुणवत्ता में बिजली सप्लाई प्रदान कर सकें।
  48. स्पोर्ट्स जूता (Sports Shoes): स्पोर्ट्स जूते खेलने या व्यायाम के लिए डिज़ाइन और निर्मित किए गए जूते होते हैं। ये जूते खिलाड़ियों को विभिन्न खेलों में अच्छे प्रदर्शन के लिए समर्थन और सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। इनमें आमतौर पर विशेष तकनीकी विशेषताएँ होती हैं जैसे कि अच्छी ट्रैक्शन, सुविधाजनक सुईं, अच्छा एरोडायनामिक्स, और उच्च स्तर का कंफ़र्ट। इन जूतों का उपयोग क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, बास्केटबॉल, गोल्फ, रनिंग आदि खेलों में किया जाता है।
  49. हल्के वाहन के बॉडी निर्माण (Light Commercial Vehicle Body Building): हल्के वाहनों की बॉडी निर्माण में आमतौर पर अल्यूमिनियम, प्लास्टिक या फाइबरग्लास का उपयोग किया जाता है। इन मटेरियल्स को स्थिरता, भार, और दुराबलता के माध्यम से चुना जाता है। बॉडी का डिज़ाइन वाहन के उपयोग और आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है, ताकि वाहन का समर्थन और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
  50. हॉस्पिटल बेड/ट्राली निर्माण की इकाई (Hospital Bed / Trolleys Manufacturing Unit): हॉस्पिटल बेड और ट्राली निर्माण इकाई में हॉस्पिटल उपकरणों के निर्माण प्रक्रिया शामिल होती है। ये बेड और ट्राली अस्पतालों में रोगियों की सेवा और सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं, जिनमें सुविधाजनक संरचना, स्थिरता, और सुरक्षा शामिल होती है। इनमें आमतौर पर एल्यूमिनियम, स्टील, और प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है, जो बेहतर रोगी सुविधा और उपयुक्तता सुनिश्चित करने में मदद करता है।

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